
जेल में की आत्महत्या
जेल (Jail) भेजने के दूसरे दिन ही 10 जनवरी शाम को चरणजीत ने जेल के अंदर ही फांसी लगाकर आत्महत्या (Suicide) कर ली.
- News18Hindi
- Last Updated:
January 12, 2021, 11:25 AM IST
जानकारी के अनुसार 8 जनवरी को रतिया पुलिस द्वारा लूटपाट के आरोप में गांव खूनन निवासी 25 वर्षीय चरण जीत को गिरफ्तार कर 9 जनवरी को उसका मेडिकल चेकअप करवाने के पश्चात कोर्ट में पेश किया था. नागरिक हस्पताल में जब पुलिस चरणजीत का मेडिकल करवाने के लिए आई थी तो कोविड- का सैंपल देने से मना करते हुए चरणजीत ने नागरिक अस्पताल परिसर में काफी हंगामा भी किया था. तत्पश्चात पुलिस ने उसका कोविड टेस्ट और मेडिकल करवा कर माननीय कोर्ट के आदेशों पर लूटपाट के आरोपित चरणजीत को हिसार जेल भेज दिया गया था.
बताया जाता है कि जेल भेजने के दूसरे दिन ही 10 जनवरी शाम को चरणजीत ने जेल के अंदर ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. हिसार जेल प्रशासन के हाथ पांव फूल गए और उसने इसकी सूचना रतिया पुलिस को दी. रतिया पुलिस से सूचना मिलने पर चरणजीत के परिजन और गांव का सरपंच सुखविंदर सिंह शव लेने के लिए हिसार रवाना हो गए. चरणजीत मेहनत मजदूरी का कार्य करता था और उसकी एक डेढ़ वर्ष की लड़की है.
सरपंच ने कही ये बातजब इस बारे में गांव के सरपंच सुखविंदर सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि 10 जनवरी देर शाम को चरणजीत के हिसार जेल में फांसी लगाकर आत्महत्या करने की सूचना मिली थी जिसके पश्चात हिसार पुलिस के साथ चरणजीत के शव का पोस्टमार्टम अग्रोहा मेडिकल कॉलेज मैं करवाया जा रहा है
क्या कहते हैं जांच अधिकारी
पुलिस के जांच अधिकारी हिसार आजाद नगर थाना के हेड कांस्टेबल नरेंद्र कुमार से जब इस बारे में बात की तो उन्होंने बताया हिसार जेल में चरणजीत द्वारा आत्महत्या किए जाने के मामले में अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में डॉक्टरों के गठित पैनल बोर्ड से परमजीत के शव का पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है
क्या कहते हैं रतिया सदर थानाध्यक्ष
जब इस बारे में रतिया सदर थाना अध्यक्ष रुपेश चौधरी से बात की तो उन्होंने बताया कि खूनन निवासी चरणजीत को लूटपाट के आरोप में 8 जनवरी को गिरफ्तार कर 9 जनवरी को उसका मेडिकल चेकअप करवाने के पश्चात कोर्ट में पेश किया था माननीय कोर्ट के आदेशों पर उसे हिसार जेल भेज दिया गया था