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- London Heathrow Airport Hundreds Try To Onboard Last Plane To Dublin After 13 Countries Ban ALL Flights From Britain
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लंदन6 घंटे पहले
ब्रिटेन में कोरोनावायरस में म्यूटेशन (कोरोनावायरस का नया वैरिएंट) की बात सामने आने के बाद पूरी दुनिया में हड़कंप मचा हुआ है। कई देशों ने कड़े प्रतिबंध लागू कर दिए हैं। अब तक 25 देशों ने ब्रिटेन की फ्लाइट्स पर रोक लगा दी हैं। सऊदी अरब ने इससे भी बड़ा फैसला लेते हुए एक हफ्ते के लिए सभी इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर बैन लगा दिया। इस बीच, ब्रिटेन से निकलने के लिए लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट पर हजारों की भीड़ उमड़ पड़ी है।
ब्रिटेन में पीएम जॉनसन ने इमरजेंसी बैठक बुलाई
पिछले साल चीन के वुहान में कोरोना आउटब्रेक के बाथ वहां से लोगों को निकलने की जल्दी थी। इस बार ब्रिटेन में ऐसा हो रहा है। इसके बाद रविवार देर रात को लंदन के हीथ्रो एयरपोर्ट पर डबलिन (आयरलैंड) की फ्लाइट पकड़ने के लिए लोगों की भीड़ लग गई। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन कई देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंध पर आज गवर्नमेंट की कोबरा इमरजेंसी कमेटी के साथ बैठक की।
इन देशों ने फ्लाइट्स पर रोक लगाई
- 13 यूरोपीय देशों फ्रांस, जर्मनी, इटली, स्विट्जरलैंड, पुर्तगाल, बेल्जियम, ऑस्ट्रिया, बुल्गारिया, डेनमार्क, फिनलैंड, रोमानिया, क्रोएशिया और नीदरलैंड्स ने UK से आने वाली फ्लाइट्स पर प्रतिबंध लगा दिया।
- भारत ने 31 दिसंबर तक ब्रिटेन की सभी फ्लाइट्स पर रोक लगा दी है।
- तुर्की ने ब्रिटेन, डेनमार्क, साउथ अफ्रीका और नीदरलैंड्स से आने वाली फ्लाइट्स पर अस्थाई रोक लगा दी है।
- कनाडा, आयरलैंड, चिली जैसे कई अन्य देशों ने भी ब्रिटेन आने और जाने वाली फ्लाइट्स पर रोक लगाई है।
- जॉर्डन ने 3 जनवरी तक यूके की फ्लाइट्स पर रोक लगा दी है।
- रूस ने मंगलवार से एक हफ्ते के लिए यूके की फ्लाइट्स रोकने का फैसला लिया है।
- इसके अलावा पोलैंड, स्विट्जरलैंड, हॉन्ग-कॉन्ग, इजराइल ने भी ब्रिटेन की यात्रा पर रोक लगा दी है।
- ओमान ने सभी इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर रोक लगा दी है।

सऊदी में यूरोप से आने वाले लोगों को दो हफ्ते आइसोलेशन में रहना होगा
सऊदी सरकार ने एक हफ्ते के लिए इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर रोक लगाई है। इसी के साथ देश की सीमाएं भी सील कर दी है। सरकार की तरफ से कहा गया है कि जो लोग यूरोपीय देशों से सऊदी आए हैं, उन्हें दो हफ्ते के लिए सेल्फ आइसोलेशन में रहना होगा। वहीं जो लोग बीते 3 महीने में यूरोप या नए कोरोना स्ट्रेन वाले क्षेत्रों से आए हैं, उन्हें कोरोना टेस्ट कराना होगा।
फ्लाइट्स ओवरबुक्ड हो रहीं
आधी रात से ट्रैवल बैन लागू करने के कई देशों के ऐलान के बाद हीथ्रो के टर्मिनल-5 पर लोगों की भीड़ लग गई। एयर लिंगुस की ब्रिटिश एयरवेज की फ्लाइट के ओवरबुक्ड होने के कारण कई लोग इस फ्लाइट से नहीं जा पाए।
डबलिन के लिए फ्लाइट पकड़ने आई एक पैसेंजर रैचेल स्कली ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बताया कि आइरिश गवर्नमेंट ने रात 10:30 बजे एक और प्लेन की व्यवस्था की है। यह फ्लाइट मिडनाइट बैन से 15 मिनट पहले डबलिन पहुंच जाएगी।
Hoping this will be the final update: Irish gov have given the green light and we’ve been processed for a BA flight. Due to land at 23:45. Woops of joy once the news got out. A Christmas miracle !
— Rachael Scully (@RachaelScullyyo) December 20, 2020
एक अन्य पैसेंजर सियान ह्यू ने सोशल मीडिया पर ब्रिटिश एयरवेज और हीथ्रो एयरपोर्ट को कोसते दिखे। कहा कि आइरिश लोगों के लिए ना तो किसी तरह की फ्लाइट है और ना ही किसी तरह की सूचना।
उधर, हीथ्रो ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए सभी पैसेंजर्स से फ्लाइट स्टेटस और ट्रैवल एडवाइस चेक करने की अपील की थी। एयरपोर्ट की एक स्टाफ कैटी क्लेन ने द आइरिश टाइम्स से बताया कि सैकड़ों की संख्या में पैसेंजर्स एयरपोर्ट पहुंचे थे और उन्होंने रात 8:55 बजे वाली फ्लाइट नहीं मिलने पर आल्टरनेटिव फ्लाइट भी बुक करने की कोशिश की।
All passengers are advised to check their flight status and travel advice before travelling to the airport.
If you do not have a ticket or you are destined for a country with an active UK ban in place, you will not be able to check-in and therefore should contact your airline. pic.twitter.com/aFRxUxYDUQ
— Heathrow Airport (@HeathrowAirport) December 20, 2020
हीथ्रो पर उमड़ी भीड़ को लेकर सोशल मीडिया यूजर्स ने भी लोगों से संयम बरतने की अपील की। एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा, क्रिसमस के इतने नजदीक होने के बाद भी ट्रैवल करने का क्या फायदा, जब आपको 10 दिन के आइसोलेशन पीरियड से गुजरना होगा। इसलिए ट्रैवल पर बैन करना जरूरी है।
लंदन : गवर्नेंस और पुलिस की लापरवाही
लंदन में रहने वाले रॉबी सिंह ने भास्कर को बताया कि इस हालत का जिम्मेदार यहां की गवर्नेंस और पुलिस की लापरवाही है। भारत में जिस तरह से लॉकडाउन लगाया गया, यहां वैसी सख्ती नहीं की गई। मास्क जैसे प्रोटोकॉल का भी सख्ती से पालन नहीं कराया जा रहा है। मास्क नहीं पहनने वालों पर कोई फाइन नहीं लगाया जा रहा है।