
वैज्ञानिकों का दावा है कि उन्होंने पुरुषों के लिए बर्थ कंट्रोल गोलियां विकसित की हैं, जो पूरी तरह से सुरक्षित हैं.
शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि पुरुषों की बर्थ कंट्रोल गोलियां (Contraceptive Pills for Men) उनमें स्पर्म (Sperm) को बनने से रोकेंगी. साथ ही बताया कि ये पूरी तरह से सुरक्षित भी हैं.
- News18Hindi
- Last Updated:
January 12, 2021, 10:33 AM IST
लॉस एंजेलिस बायोमेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट और यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन के शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि ये बर्थ कंट्रोल गोलियां पुरुषों में स्पर्म को बनने से रोकेंगी. साथ ही बताया कि ये पूरी तरह से सुरक्षित भी हैं. इन बर्थ कंट्रोल गोलियों को लेने से पुरुषों को किसी भी तरह की कोई समस्या नहीं होगी. आपको बता दें कि बर्थ कंट्रोल के लिए पुरुष अभी तक सिर्फ कंडोम की ही मदद लेते थे. जबकि महिलाओं के लिए कॉन्ट्रासेप्शन के कई ऑप्शन मौजूद हैं. महिलाओं द्वारा खाई जाने वाली बर्थ कंट्रोल कॉन्ट्रासेप्टिव महिलाओं की सेहत पर बुरा असर डालती हैं. दरअसल, इनसे महिलाओं में हॉर्मोंस का संतुलन बिगड़ जाता है.
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वैज्ञानिकों का मानना है कि मेल बर्थ कंट्रोल दवाइयों के आने से महिलाओं और पुरुषों में एक नई उम्मीद जगी है,क्योंकि अब महिलाओं को सब अकेले नहीं सहना पड़ेगा, बल्कि अब पुरुष भी दवाइयां लेकर बर्थ कंट्रोल कर सकेंगे. पुरुषों के लिए गर्भनिरोधक गोलियों से पहले पॉपुलेशन काउंसिल और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ चाइल्ड हेल्थ और ह्यूमन डेवलपमेंट के शोधकर्ताओं ने मिलकर बर्थ कंट्रोल जेल विकसित किया था, जो पुरुषों में स्पर्म के प्रोडक्शन को कम करने में मदद करता है.पिछली स्टडी की रिपोर्ट में बताया गया था कि इस जेल में फीमेल सेक्स हॉर्मोन प्रोजेस्टेरोन का सिंथेटिक वर्जन और पुरुषों में पाया जाने वाला टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन शामिल है. इस जेल को पुरुषों को अपने कंधे और कमर पर लगाना होता है, जिसके बाद स्किन इस जेल में मौजूद हॉर्मोन्स को एब्सोर्ब कर पुरुषों में स्पर्म के प्रोडक्शन को कम कर करता है. ये जेल अभी क्लीनिकल ट्रायल पर है. इस ट्रायल के नतीजे साल 2022 तक सामने आने का अनुमान है. लेकिन नई रिपोर्ट के मुताबिक, पुरुषों के लिए आई कॉन्ट्रासेप्टिव गोलियां पूरी तरह से सुरक्षित हैं. कॉन्ट्रासेप्टिव 11-बीटा-एमएनटीडीसी, टेस्टोस्टेरोन का एक संशोधित सिंथेटिक रूप है. ये मेल हॉर्मोन एस्ट्रोजन और महिलाओं की ओवरी में पाए जाने वाले प्रोजेस्टेरोन हॉर्मोन दोनों पर असरदार है. रिपोर्ट के मुताबिक, 11-बीटा-एमएनटीडीसी पुरुषों में स्पर्म प्रोडक्शन को कम करने के साथ साथ उनके शरीर में टेस्टोस्टेरोन हॉर्मोन के स्तर को भी संतुलित रखती हैं.
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मेल बर्थ कंट्रोल कॉन्ट्रासेप्टिव का ट्रायल 18 से 50 वर्ष के हेल्दी पुरुषों पर किया गया है. इन सभी लोगों को 28 दिन तक रोजाना बर्थ कंट्रोल गोलियां दी गईं. इनके साथ 10 पुरुषों को प्लेसिबो दिया गया. जांच के दौरान शोधकर्ताओं ने ये जानने की कोशिश कि रोजाना गोली लेने से कोई साइड इफेक्ट होता है या नहीं. लेकिन नतीजों मे सामने आया कि रोजाना गोलियां लेने से पुरुषों में सिर्फ चक्कर आने, शरीर पर दाने निकलने और सिर दर्द की ही शिकायत देखी गई. हालांकि, लॉस एंजेलिस बायोमेडिकल रिसर्च इंस्टीट्यूट और यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन के शोधकर्ताओं का कहना है कि ये मेल बर्थ कंट्रोल गोलियां कितनी असरदार होंगी इसके बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है. लेकिन ये पूरी तरह से सुरक्षित हैं.